सम्पूर्ण भारतीय दल को लन्दन ओलम्पिक हेतु हार्दिक शुभकामनायें !
जीतेगा वही जो खेलेगा जी जान से ;
रोशन वही है शमा ...लड़ती है जो तूफ़ान से
जीतेगा वही जो खेलेगा जी जान से .
मजिल पाए बिना जो मानता ही नहीं ;
दुनिया में जीत का परचम फहराता है शान से .
जीतेगा वही ..........
जिसने की है मेहनत किस्मत को उसने ना कोसा;
किस्मत पर वो नहीं खुद पर करता भरोसा ;
लेती है उसका नाम दुनिया सम्मान से .
जीतेगा वही ........
जय हिंद !जय भारत !
शिखा कौशिक
1 टिप्पणी:
भाईसाब, क्या बात लिखी है! एकदम जोश भर दिया अंदर से। सबसे अच्छी बात ये लगी कि इसमें किस्मत को दोष देने की बात नहीं है। साफ कह दिया कि मेहनत करने वाला ही आगे बढ़ेगा। आजकल हर कोई शॉर्टकट ढूंढता है, लेकिन आपने सच्चाई दिखा दी अपनी कविता से की मेहनत ही असली खेल है।
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